भोजन:- मानव शरीर के लिए भोजन अति आवश्यक पदार्थ है। अतःःयह कहा जा सकता है कि भोजन हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। भोजन के बिना जीवन-यापन करना कठिन है अर्थात भोजन के बिना जीवन-यापन सम्भव नहीं है। अतः हमें यह जानकारी होनी चाहिए कि हमारा भोजन सही रूप से संतुुलित हैै या नहीं।
"स्वास्थ्य ही धन है"(Health is Wealth):-
उत्तम स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक तत्वों का भोजन मे उपलब्ध होना अति आवश्यक है।अतः अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोजन में उचित मात्रा में सभी पौष्टिक तत्वों का समावेश होना अति आवश्यक है।
रासयनिक पदार्थों का समावेश:-हमारे भोजन मे करीब 50रासायनिक पदार्थो का समावेश होता है ।जो शरीर मे होने वाली विभिन्न क्रियाओंं मे भाग लेते हैं।
भोजन मे उपलब्ध पौष्टिक तत्वों का विभाजन - इन्हें विभिन्न समूहों में बाटा गया है-
●प्रोटीन तथा अमीनो अम्ल
●कार्बोहाइड्रेट
●वसा और वसीय अम्ल
●खनिज लवण
●बिटामिन्स
●जल
अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोजन में इन सभी पोषक तत्वों की उपस्थित उचित मात्रा एवं अनुपात में होना आवश्यक है पोषक तत्वों की हमारे शरीर कुल कितनी मात्रा चाहिए यह निम्न बातों पर निर्भर करता है ।
◆शारीरिक श्रम ◆मौसम ◆वृद्धि एवं विकास ◆तनाव लिंग ◆बीमारी ◆आयु आदि
पोषक तत्व हमें प्रति दिन के भोजन से आवश्यकतानुसार प्राप्त होते रहते हैं अतः यह आवश्यक है कि हमारा भोजन संतुलित हो ।
संतुलित आहार :- संतुलित आहार वह आहार है जिसमें सभी सभी पोषक तत्व उचित मात्रा एवं अनुपात में हो ।
संतुलित आहार मैं निम्नलिखित बातों को ध्यान मेंं रखना आवश्यक है।
★उसमें उचित खाद पदार्थों का समावेश हो।
★उसमें सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में हो ।
★ उसने सभी पोषक तत्व उचित अनुपात में हो ।
★ऊर्जा के उचित इकाइयां प्रदान करता हो ।
★आसानी से पाचन योग्य रुचिकर एवं स्वादिष्ट हो ।
★सामाजिक रीति रिवाजों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हो ।
★मौसम एवं उपलब्धता को ध्यान में रखकर खाद्य पदार्थों का चयन किया जाए।
कार्बोहाइड्रेट(कार्बोज) :- भारत के लोगों के खाने में कार्बोज की मात्रा सबसे अधिक होती है ।कार्बोज मुख्य रूप से आलू चीनी चावल फलो में पाया जाता है कार्बोज दो प्रकार के होते हैं सरल कार्बोज जटिल कार्बोज सरल कार्बोज वे पदार्थ होते हैं जिनमे ग्लूकोज पाया जााता है ।इनका हमारे शरीर मे सीधा रक्त के द्वारा उपयोग होता है । जटिल कार्बोज मे स्टार्च पाया जाता है इनका हमारे शरीर में तभी उपयोग होता जब यह पाचन क्रिया के पश्चात सरल रुप मे परिवर्तित हो जाते हैं ।
कार्बोज के कार्य
कार्बोज के मुख्य कार्य निम्नलिखित है।
◆ऊर्जा प्रदान करना ।
◆ प्रोटीन को शारीरिक वृद्धि के लिए मुक्त रखना ।
◆वसा की उपयोगिता को बढ़ाता है ।
◆पाचन क्रिया नियंत्रित करना ।
◆भोजन का स्वाद बढ़ाता है ।
कार्बेज की प्राप्ति के साधन चीनी गुड़ शहद आलू चावल गेहूं दाल जड़ एवं कंद वाली सब्जियां फलों में केला से आम से अंगूर व अनन्नास आदि मे बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है
कार्बोज का शरीर पर प्रभाव :- कार्बोज की अधिकता या कमी का प्रभाव शरीर पर पड़ता है।
कार्बोज की कमी हो जाए तो शरीर को ऊर्जा नहीं मिल पाती इसका प्रभाव उसकी कार्य क्षमता पर पड़ता है तथा शरीर दुर्बल पतला हो जाता है तथा व्यक्ति कम कार्य कर पाता है।
और कार्बोज की अधिकता हो जाने पर व्यक्ति के शरीर में यह वसा में परिवर्तित हो कर शरीर को मोटा कर देता है जिससे कई रोग होने की संभावना होती है जैसे मधुमेह उच्च रक्तचाप आदि।
"स्वास्थ्य ही धन है"(Health is Wealth):-
उत्तम स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक तत्वों का भोजन मे उपलब्ध होना अति आवश्यक है।अतः अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोजन में उचित मात्रा में सभी पौष्टिक तत्वों का समावेश होना अति आवश्यक है।
रासयनिक पदार्थों का समावेश:-हमारे भोजन मे करीब 50रासायनिक पदार्थो का समावेश होता है ।जो शरीर मे होने वाली विभिन्न क्रियाओंं मे भाग लेते हैं।
भोजन मे उपलब्ध पौष्टिक तत्वों का विभाजन - इन्हें विभिन्न समूहों में बाटा गया है-
●प्रोटीन तथा अमीनो अम्ल
●कार्बोहाइड्रेट
●वसा और वसीय अम्ल
●खनिज लवण
●बिटामिन्स
●जल
अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोजन में इन सभी पोषक तत्वों की उपस्थित उचित मात्रा एवं अनुपात में होना आवश्यक है पोषक तत्वों की हमारे शरीर कुल कितनी मात्रा चाहिए यह निम्न बातों पर निर्भर करता है ।
◆शारीरिक श्रम ◆मौसम ◆वृद्धि एवं विकास ◆तनाव लिंग ◆बीमारी ◆आयु आदि
पोषक तत्व हमें प्रति दिन के भोजन से आवश्यकतानुसार प्राप्त होते रहते हैं अतः यह आवश्यक है कि हमारा भोजन संतुलित हो ।
संतुलित आहार :- संतुलित आहार वह आहार है जिसमें सभी सभी पोषक तत्व उचित मात्रा एवं अनुपात में हो ।
संतुलित आहार मैं निम्नलिखित बातों को ध्यान मेंं रखना आवश्यक है।
★उसमें उचित खाद पदार्थों का समावेश हो।
★उसमें सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में हो ।
★ उसने सभी पोषक तत्व उचित अनुपात में हो ।
★ऊर्जा के उचित इकाइयां प्रदान करता हो ।
★आसानी से पाचन योग्य रुचिकर एवं स्वादिष्ट हो ।
★सामाजिक रीति रिवाजों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हो ।
★मौसम एवं उपलब्धता को ध्यान में रखकर खाद्य पदार्थों का चयन किया जाए।
कार्बोहाइड्रेट(कार्बोज) :- भारत के लोगों के खाने में कार्बोज की मात्रा सबसे अधिक होती है ।कार्बोज मुख्य रूप से आलू चीनी चावल फलो में पाया जाता है कार्बोज दो प्रकार के होते हैं सरल कार्बोज जटिल कार्बोज सरल कार्बोज वे पदार्थ होते हैं जिनमे ग्लूकोज पाया जााता है ।इनका हमारे शरीर मे सीधा रक्त के द्वारा उपयोग होता है । जटिल कार्बोज मे स्टार्च पाया जाता है इनका हमारे शरीर में तभी उपयोग होता जब यह पाचन क्रिया के पश्चात सरल रुप मे परिवर्तित हो जाते हैं ।
कार्बोज के कार्य
कार्बोज के मुख्य कार्य निम्नलिखित है।
◆ऊर्जा प्रदान करना ।
◆ प्रोटीन को शारीरिक वृद्धि के लिए मुक्त रखना ।
◆वसा की उपयोगिता को बढ़ाता है ।
◆पाचन क्रिया नियंत्रित करना ।
◆भोजन का स्वाद बढ़ाता है ।
कार्बेज की प्राप्ति के साधन चीनी गुड़ शहद आलू चावल गेहूं दाल जड़ एवं कंद वाली सब्जियां फलों में केला से आम से अंगूर व अनन्नास आदि मे बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है
कार्बोज का शरीर पर प्रभाव :- कार्बोज की अधिकता या कमी का प्रभाव शरीर पर पड़ता है।
कार्बोज की कमी हो जाए तो शरीर को ऊर्जा नहीं मिल पाती इसका प्रभाव उसकी कार्य क्षमता पर पड़ता है तथा शरीर दुर्बल पतला हो जाता है तथा व्यक्ति कम कार्य कर पाता है।
और कार्बोज की अधिकता हो जाने पर व्यक्ति के शरीर में यह वसा में परिवर्तित हो कर शरीर को मोटा कर देता है जिससे कई रोग होने की संभावना होती है जैसे मधुमेह उच्च रक्तचाप आदि।
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