पिछड़े बालकों की विशेषताएं

पिछड़े बालकों की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं
पिछड़े हुए बालक मंद गति से सीखते हैं उनकी तुलना में सामान्य बालकों का अधिगम तीव्र और शीघ्र होता है।
अपने आयु के वर्ग के बच्चों की तुलना में शैक्षिक क्षेत्र में ये बालक काफी पिछड़े हुए होते हैं।
इन बालकों की IQ75 से 90 के बीच होती है
ऐसे बालकों के लिए विशेष कक्षाओं की व्यवस्था करनी होती हैं
इन बालकों का ध्यान केंद्रित थोड़े समय तक ही बनी रहती है
ये बालक अधिक समय तक अपनी एकाग्रता को कायम नहीं रख सकते
यह बालक शैक्षणिक तथा सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अपने आप को समर्थ नहीं मानते
किसी भी समस्या में उलझ कर रह जाते हैं
किसी समस्या पर सूचना रूप में विचार नहीं कर सकते स्वतंत्र रूप से कार्य करना अच्छा समझते हैं यह बालक निर्देशों का पालन करते हैं ।
ए बलाक वातावरण के साथसामंजस्य स्थापित नहीं कर पाते

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