प्रत्येक विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के लिए अनेकों बालक आते हैं जो कि अधिकांशतः सामान्य श्रेणी के होते हैं लेकिन इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे बालक भी आते हैं जिनकी अपने कुछ शारीरिक एवं मानसिक विशेषताएं होती हैं इनमें कुछ प्रतिभाशाली कुछ मंदबुद्धि कुछ शारीरिक विकारों से ग्रसित होते हैं इनको विशिष्ट बालकों की संज्ञा दी जाती है जो इस प्रकार हैं
प्रतिभाशाली बालक
पिछड़े बालक
विकलांग बालक
समस्यात्मक बालक
अधिगम अशक्त बालक
सृजनात्मक बालक
वंचित बालक
प्रतिभाशाली बालक
प्रतिभाशाली बालक सामान्य बालकों से सभी बातों में श्रेष्ठतर होता है ।
स्किनर एवं हैरीमैन के अनुसार प्रतिभाशाली शब्द का प्रयोग उन 1% छात्रों के लिए किया जाता है जो सबसे अधिक बुद्धिमान होते हैं।
प्रतिभाशाली बालक की विशेषताएं
स्किनर एवं हैरीमैन के अनुसार प्रतिभाशाली छात्र में निम्नलिखित विशेषताएं पाई जाती हैं
विशाल शब्दकोश
दैनिक कार्य में विभिन्नता
सामान्य अध्ययन में रुचि
आश्चर्यजनक अंतर्दृष्टि का प्रमाण
पाठ्य विषयों में अत्यधिक रुचि या अरुचि
विद्यालय के कार्यों के प्रति बहुदा उदासीनता
बुद्धि परीक्षणों में उच्च बुद्धि लब्धि 【120 + होना】 मानसिक प्रक्रिया की तीव्रता
सामान्य ज्ञान की श्रेष्ठता
अध्ययन में आदित्य सफलता
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